जीवन में फैलाए जो इत्र कहते है उसे मित्र! जीवन में फैलाए जो इत्र कहते है उसे मित्र!
दोस्त तो सभी बनने को तैयार रहते हैं। दोस्त तो सभी बनने को तैयार रहते हैं।
यारी करी तोसे मित्र सुदामा ने मित्र सुदामा ने घर घर भीख मंगायो रे मंगायो रे यारी करी तोसे मित्र सुदामा ने मित्र सुदामा ने घर घर भीख मंगायो रे मंगायो रे
हवा के झोंके ने आके पूछा, सुकूं से इतना तू कैसे बैठा ? हवा के झोंके ने आके पूछा, सुकूं से इतना तू कैसे बैठा ?
वो अच्छी है ये मेरा दिल कहता है, ये सब मैं समझ रहा हूं। वो अच्छी है ये मेरा दिल कहता है, ये सब मैं समझ रहा हूं।
वक्त का तू, सदुपयोग कर, वक्त की समझ, तू सौगातें वक्त का तू, सदुपयोग कर, वक्त की समझ, तू सौगातें